harman 12:00:00 AM 19 Mar, 2017

प्रेमिका (प्रेमी से)- अरे बाबा, जल्दी खिड़की से कूदो पापा आ रहे हैं।
प्रेमी- लेकिन यह तो 13वीं मंजिल है....!
प्रेमिका- अरे, यह शगुन-अपशगुन सोचने का वक्त नहीं है...!

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घोंचू (प्रेमिका से)- मैं तुमसे बहु‍त प्रेम करता हूं रजनी।
प्रेमिका (उसका हाथ झटकते हुए) बोली- इस प्रेम-वेम को मेरी मां ठीक नहीं समझती।
हैरान होकर घोंचू ने कहा- लेकिन मैंने तुम्हारी मां से प्रेम करने को कब कहा है।

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प्रेमी- जब कांच टूटता है तो उसके टुकड़े 3000 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से छिटकते हैं। और, जब दिल के टुकड़े होते हैं, तो उसके टुकड़े कितने किलोमीटर प्रति घंटा की गति से छिटकते हैं? बताओ?
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बताओ?
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बताओ?
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प्रेमिका- हमें नहीं मालूम जी, हमने तो अपने दिल के चूरे की पुड़िया बांध कर रखी है।

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प्रेमिका (प्रेमी से)- जब तक मैं तुम्हें मिस कॉल नहीं दूं, तुम मुझे कॉल मत करना। आजकल मेरा मोबाइल मम्मी के पास रहता है।
प्रेमी- अरे, तो फिर हम कभी पकड़े गए तो....?
प्रेमिका- ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है, मैंने तुम्हारा नंबर मोबाइल में बैटरी लो के नाम से सेव कर रखा है। जब भी तुम्हारा फोन आता है, मम्मी कहती है बेटा मोबाइल चार्ज कर लो।

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गर्लफ्रेंड- जानूं, क्या मैं तुम्हारे सपनों में आती हूं?
ब्वॉयफ्रेंड- नहीं...।
गर्लफ्रेंड- ऐसा क्यों?
ब्वॉयफ्रेंड- क्योंकि मैं सोने से पहले हनुमान चालीसा पढ़ता हूं।

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