यूँ ना खींच मुझे अपनी तरफ बेबस कर के,
ऐसा ना हो के खुद से भी बिछड़ जाऊं और तू भी ना मिले...
🤔🤔🤔🤔🤔
भावार्थ👇
यहाँ कवि को ATM की लाइन से,
दूर पड़ा एक 100 का नोट दिखाई देता है,
कवि सोच रहा है, नकली हुआ तो नोट भी गया, लाइन भी...😜😁
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ऐसा ना हो के खुद से भी बिछड़ जाऊं और तू भी ना मिले...
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