भयंकर शायरी
रोक दो मेरे जनाजे को अब मुझ में जान आ रही हैं..
आगे से थोडा राईट ले लो दारु की दूकान आ रही हैं |
"बोतल छुपा दो कफ़न में मेरे, शमशान में पिया करूंगा,
जब खुदा मांगेगा हिसाब, तो पैग बना कर दिया करूंगा"
"नशा" "महोब्बत" का हो "शराब" का हो ...-
या " WhatsApp " का हो "होश" तीनो मे खो जाते है
"फर्क" सिर्फ इतना है की, "शराब" सुला देती है ..
"महोब्बत" रुला देती है, और - "whats up" यारों की याद दिला देती है
जाम पे जाम पीने का क्या फ़ायदा?
शाम को पी, सुबह उतर जाएगी अरे दो बून्द दोस्ती के
पी ले ज़िन्दगी सारी नशे में गुज़र जाएगी..
प्यार में दुनियाँ खुबसूरत लगती है, दर्द में दुनियाँ दुश्मन लगती है।
तुम जेसे दोस्त जिन्दगी में हो तो, "बिसलेरी" भी साली "किंगफिशर" लगती है...
