Karan Singh 12:00:00 AM 02 May, 2017

सिर्फ इशारों में होती महोब्बत अगर,
इन अलफाजों को खुबसूरती कौन देता,

बस पत्थर बन के रह जाता ‘ताज महल’,
अगर इश्क इसे अपनी पहचान ना देता..

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