arman 12:00:00 AM 11 Jun, 2017

सिर्फ इशारों में होती मोहब्बत अगर,
इन अलफाजों को खुबसूरती कौन देता,

बस पत्थर बन के रह जाता 'ताज महल';
अगर इश्क इसे अपनी पहचान ना देता!

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