Afsar 12:00:00 AM 15 Jun, 2017

दोस्ती जब किसी से की जाये तो
दुश्मनों की भी राय ली जाये;

मौत का ज़हर है फिज़ाओं में
अब कहाँ जा कर सांस ली जाये;

बस इसी सोच में हूँ डूबा हुआ
कि ये नदी कैसे पार की जाये;

मेरे माज़ी के ज़ख़्म भरने लगे हैं
आज फिर कोई भूल की जाये

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