Afsar 12:00:00 AM 16 Jun, 2017

बहार के मौसम में उजड़े रास्ते;
चला करोगे तो रो पड़ोगे;

कि चाँदनी रातों में अब किसी से;
मिला करोगे तो रो पड़ोगे;

बरसती बारिश में याद रखना;
तुम्हें सताएंगी मेरी आँखें;

किसी वली की मज़ार पर जब;
दुआ करोगे तो रो पड़ोगे

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