बहार के मौसम में उजड़े रास्ते;
चला करोगे तो रो पड़ोगे;
कि चाँदनी रातों में अब किसी से;
मिला करोगे तो रो पड़ोगे;
बरसती बारिश में याद रखना;
तुम्हें सताएंगी मेरी आँखें;
किसी वली की मज़ार पर जब;
दुआ करोगे तो रो पड़ोगे
बहार के मौसम में उजड़े रास्ते;
चला करोगे तो रो पड़ोगे;
कि चाँदनी रातों में अब किसी से;
मिला करोगे तो रो पड़ोगे;
बरसती बारिश में याद रखना;
तुम्हें सताएंगी मेरी आँखें;
किसी वली की मज़ार पर जब;
दुआ करोगे तो रो पड़ोगे
