शाम होते ही ये दिल उदास होता है,
टूटे ख्वाबों के सिवा कुछ न पास होता है,
तुम्हरी याद ऐसे वक़्त बहुत आती है,
जब कोई बन्दर आस-पास होता है।
शाम होते ही ये दिल उदास होता है,
टूटे ख्वाबों के सिवा कुछ न पास होता है,
तुम्हरी याद ऐसे वक़्त बहुत आती है,
जब कोई बन्दर आस-पास होता है।
