Afsar 12:00:00 AM 21 Jun, 2017

हक़ीक़त हो तुम कैसे तुझे सपना कहूँ;
तेरे हर दर्द को में अपना कहूँ;

सब कुछ क़ुर्बान है मेरे प्यार पर;
कौन है तेरे सिवा जिसे में अपना कहूँ!

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