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QUOTES4WISHES
Bareilly@99
15:54:48, 26 October, 2025
ये इश्क़ नहीं आसाँ इतना ही समझ लीजे,
इक आग का दरिया है और डूब के जाना है।
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#725 ADMIN
04:48:54 PM 11 Dec, 2016
हंसी रोक कर दिखाओ ...
*एक बहुत ही सुंदर महिला थी*.
अपने बेटे को पास के मदरसे मे उर्दू सीखने के लिए भर्ती करवा आयी ...
उर्दू पढ़ाने वाला मौलाना उस महिला की सुंदरता के बारे में जानता था.
छुट्टी के समय मौलाना ने उसके बेटे से कहा : अपनी अम्मी को मेरा सलाम कहना....
बेटे ने आकर माँ को कह दिया कि मौलाना साहब ने आपको सलाम भेजा है ।
महिला ने भी बेटे के हाथों सलाम का उत्तर सलाम भेज कर दे दिया।
ये सिलसिला हफ्ते भर चला ...
महिला ने " पति " से परामर्श किया और अगले दिन बेटे से मौलाना को कहलवाया कि
"शाम को घर पर बुलाया है" ...
*मौलान खुश*...
3 दिन से नहाया नहीं था,
बासी शेरवानी को इस्तरी करवाया,
इत्र मारा और
पहुँच गया सुंदरी के घर..
महिला ने पहले आवभगत की,
चाय नाश्ता करवाया,
फिर, बेटे की पढ़ाई के बारे मे जानकारी ली।
मौलाना औपचारिक बातें करने के बाद, अपनी असलियत पे आया , कहा : माशा अल्लाह , आपको खुदा ने बड़ी फुर्सत में तराशा है -
लेडी : "वो तो है, शुक्रिया"
मौलाना : मुझे आपसे इश्क़ हो गया है मोहतरमा ...
लेडी : हाँ वो तो है, पर ये बात यदि मेरे पति ने सुन ली तो बहुत मुश्किल होगी,
वो आते ही होंगे ...
आप अभी जाइए, कल शाम को फिर आईयेगा तब बात करेंगे... मैं आपका इंतज़ार करूंगी ...
मौलाना चलने को हुआ ही था कि
बाहर से उस महिला के पति की आवाज़ आई : कौन घर में घुसा है, हरामखोर ?
मौलाना घबराया ... कहाँ छुप जाऊँ ?
महिला ने उसे फटाफट साड़ी पहना दी ,घूँघट कर दिया
और
गेहूँ पीसने वाली पत्थर की चक्की के पास बैठा दिया
और कहा : आप धीरे-धीरे गेहूँ पीसिए ...
मैं अभी उनको चाय वगैरह पिला कर बाहर भेजती हूँ,
आप मौका देखकर भाग जाना ।
मौलाना लगे चक्की चलाने और गेहूँ पीसने ...
पति ने प्रवेश किया और पूछा कि ये कौन महिला है ?
लेडी : पड़ोस मे नए किरायेदार आए हैं, उनकी पत्नी है,
गेहूँ पीसने आई हैं ....
पति - पत्नी बहुत देर तक हंसी मज़ाक और बातें करते रहे ...
1 घंटे बाद पति ने कहा : मैं जरा नुक्कड़ की दुकान से पान खा कर आता हूँ और बाहर निकल गया।
एक घंटे तक गेहूं पीसते-पीसते पसीने से तर बतर मौलाना ने
साड़ी उतार के फेंकी
और
आनन-फानन में वहाँ से सरपट हो लिए।
*15 दिन बाद* -
महिला के बेटे ने मदरसे में मौलाना से कहा : माँ ने आपको सलाम भेजा है" ...
.
.
.
*हरामखोरों, आटा खत्म हो गया होगा*
क्या 20 किलो आटा खा गए,
जो अब फिर से सलाम भेजा है ....
🏃😄😝
#5390 TIPU
12:00:00 AM 11 Feb, 2017
ये इश्क़_नहीं_आसां बस इतना समझ लीजे, 9बज चुका है और
रात 2 बजे तक चैटियाना है।
#20394 Afsar
12:00:00 AM 04 May, 2017
दर्द अगर ये है तो मुझे बस है
अब दवा की कुछ एहतेयाज नहीं
हमने अपनी सी की बहुत लेकिन
मरज़ ए इश्क़ का कोई इलाज नहीं
#20644 arman
12:00:00 AM 05 May, 2017
दर्द अगर ये है तो मुझे बस है
अब दवा की कुछ एहतेयाज नहीं
हमने अपनी सी की बहुत लेकिन
मरज़ ए इश्क़ का कोई इलाज नहीं
#21921 arman
12:00:00 AM 13 May, 2017
दर्द-ए-विरासत पा लेने से नाम नहीं चल सकता
इश्क़ में बाबा एक जनम से काम नहीं चल सकता
बहुत दिनों से मुझ से है कैफ़ियत रोज़े वाली
दर्द-ए-फ़रावाँ सीने में कोहराम नहीं चल सकता
तोहमत-ए-इश्क़ मुनासिब है और हम पर जचती है
हम ऐसों पर और कोई इल्ज़ाम नहीं चल सकता
चम चम करते हुस्न की तुम जो अशरफ़ियाँ लाए हो
इस मीज़ान में ये दुनियावी दाम नहीं चल सकता
आँख झपकने की मोहलत भी कम मिलती है 'अंजुम'
फ़क़्र में कोई तन-आसाँ दो-गाम नहीं चल सकता
#24056 arman
12:00:00 AM 03 Jun, 2017
इश्क़ है या कुछ और ये तो पता नहीं ,
पर जो तुमसे है वो किसी और से नही..!!
#26996 Afsar
12:00:00 AM 12 Jun, 2017
इश्क़ कर लीजिये बेइंतेहा किताबों से;
एक यही हैं जो अपनी बातों से पलटा नहीं करतीं!
#27666 Afsar
12:00:00 AM 13 Jun, 2017
इश्क़ पर ज़ोर नहीं है ये वो आतश ग़ालिब,
कि लगाए न लगे और बुझाए न बने।
#27696 Afsar
12:00:00 AM 13 Jun, 2017
कोई मुझ सा मुस्तहके़-रहमो-ग़मख़्वारी नहीं,
सौ मरज़ है और बज़ाहिर कोई बीमारी नही;
इश्क़ की नाकामियों ने इस तरह खींचा है तूल,
मेरे ग़मख़्वारों को अब चाराये-ग़मख़्वारी नही।
#28030 Afsar
12:00:00 AM 13 Jun, 2017
इश्क़ है इश्क़ ये मज़ाक़ नहीं;
चंद लम्हों में फ़ैसला न करो।