ADMIN 05:30:00 AM 01 Jan, 1970

ढोल बन गया है हिन्दू समाज। जो चाहे बजाकर चला जाता है..
या तो बकरा बनकर ईद का इंतजार करो या शेर बनकर शिकार करो, कृष्ण ने कहा है तुम धर्म की रक्षा करोगे तो धर्म तुम्हारी रक्षा करेगा

नेता आम लोगों को कतार में खड़े देखकर भडका रहे हैं.. लेकिन,

यही नेता मंदिरों मे VIP दरवाजे से दर्शन करके निकल जाते हैं,
उन्हें तब नहीं दिखाई देता कि आम लोग लंबी कतार में खड़े हैं!

यही नेता जब एयरपोर्ट पर बिना लाइन मे लगे दनदनाते घुस जाते हैं,
उन्हें तब नहीं दिखाई देता कि आम लोग लंबी कतार में खड़े हैं!

यही नेता जब सड़कों पर पूरा ट्रैफिक रुकवा कर अपनी गाड़ियाँ सरपट भगाते हैं,
उन्हें तब नहीं दिखाई देता कि आम लोग लंबी कतार में खड़े हैं!

यही नेता जब ट्रेनो मे अपना अलग कोटा रख, महीनो पहले से रिजर्वेशन की बाट जोहते लोगों को भूसे की तरह यात्रा करने पर मजबूर करते हैं,
उन्हें तब नहीं दिखाई देता कि आम लोग लंबी कतार में खड़े हैं!

इन नेताओं को अब पहली बार आम लोग लंबी कतार में खड़े तब दिख रहे हैं,
जब देश की 92% जनता विमुद्रीकरण को सही कदम बता रही है!

आज लंबी कतार में खड़ी जनता अच्छी तरह से समझ रही है कि यह विरोध केवल और केवल भ्रष्ट नेताओं व अफसरों, कालाबाजारियों, आतंकवादियों व सभी कालाधन जमकर्ताओं के हित साधने के लिये हो रहा है।
जनता सब जानती है।

सुप्रिम कोर्ट सरकार से पुछ रही है कि दस दस दिनों से लोग पैसों के लिये कतारमें खडे हैं, सरकार क्या कर रही है? हम सुप्रिम कोर्ट से पुछना चाहते हैं कि हम सामान्य लोग न्याय के लिये बरसों तक आपके दरवाजेके चक्कर काटकर थक चुके हैं, कई लोग तो जान भी गँवा चुके हैं, सुप्रिम कोर्ट क्या कर रही है? कृपया जवाब दे......

अगर बैंक की लाइन में मृत्यु के ज़िम्मेदार मोदीजी है, तो 1947 विभाजन के नरसंहार का ज़िंम्मेदार कौन ? बस वैसे ही पुछ रहा हुँ

अगर बैंक की लाइन में मृत्यु के ज़िम्मेदार मोदीजी है, तो हज़ारो कश्मीरी पंडितों के नरसंहार का ज़िंम्मेदार कौन ? बस वैसे ही पुछ रहा हुँ

अगर बैंक की लाइन में मृत्यु के ज़िम्मेदार मोदीजी है, तो हजारो निर्दोष सिखो की हत्या का जिम्मेदार कौन ? बस वैसे ही पुछ रहा हुँ

जिनकी खुद की दुकाने बंद हो गई । वे भारत बंद करेगे।

जेब में नहीं है एक भी पैसा। फिर भी दिल कहता है....
प्रधानमंत्री हो तो मोदी जी जैसा।।

Jai Hind

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