Afsar 12:00:00 AM 15 Jul, 2017

आँखों की गहराई को समझ नहीं सकते;
होंठों से हम कुछ कह नहीं सकते;

कैसे बयाँ करें हम यह हाल-ए-दिल आपको;
कि तुम्हीं हो जिसके बगैर हम रह नहीं सकते।

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