ज़िन्दगी से यही गिला है मुझे;
तू बहुत देर से मिला है मुझे;
हमसफ़र चाहिये हुजूम नहीं;
इक मुसाफ़िर भी काफ़िला है मुझे;
तू मोहब्बत से कोई चाल तो चल;
हार जाने का हौसला है मुझे;
लब कुशां हूं तो इस यकीन के साथ;
कत्ल होने का हौसला है मुझे;
दिल धडकता नहीं सुलगता है;
वो जो ख्वाहिश थी, आबला है मुझे;
कौन जाने कि चाहतो में फ़राज़;
क्या गंवाया है क्या मिला है मुझे।
