तुम्हारी आँखों की क्या तारीफ़ करूँ,
बस इनमें डूब जाने की ख्वाहिश है,
पहले ही तेरी अदा के दीवाने हैं,
अब किस बात की गुंजाईश है...
💘💘💘💘💘
तुम्हारी आँखों की क्या तारीफ़ करूँ,
बस इनमें डूब जाने की ख्वाहिश है,
पहले ही तेरी अदा के दीवाने हैं,
अब किस बात की गुंजाईश है...
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