Reena 12:00:00 AM 01 Jul, 2018

शीशे की तरह कुछ टूटा हुआ है
ना जाने पीछे क्या छूटा हुआ है,,

मुझसे जुदा ही रही मेरी हर खुशी
शायद जिगर का टुकड़ा कोई रूठा हुआ है ।।

Related to this Post: